* कुशराज के विचार / कुशराज दर्शन *
" किसी चीज की आदत नहीं पड़ने देना चाहिए चाहे वो बातचीत हो, दोस्ती हो या फिर दुनिया के तमाम काम ...। "
✒️ कुशराज झाँसी
_8/4/2021_02:23दिन_खुशीपुरा झाँसी
बदलाओकारी विचारधारा / कुशराजवाद / किसानवाद के प्रवर्त्तक - किसान गिरजाशंकर कुशवाहा / कुशराज झाँसी / सतेंद सिंघ किसान के साहित्यिक, भाषाई, आंचलिक, क्षेत्रीय, देहाती, शहरी, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक, शैक्षिक, धार्मिक, नैतिक, वैज्ञानिक, सिनेमाई, पर्यावरणीय, दार्शनिक, ऐतिहासिक, विमर्शीय (किसान विमर्श, स्त्री विमर्श, आदिवासी विमर्श, पुरुष विमर्श, वेश्या विमर्श, दिव्यांग विमर्श, किन्नर विमर्श, पर्यावरण विमर्श...) और अनुदित लेखन का हिन्दी, कछियाई, बुंदेली और अंग्रेजी भाषा में संकलन...
* कुशराज के विचार / कुशराज दर्शन *
" किसी चीज की आदत नहीं पड़ने देना चाहिए चाहे वो बातचीत हो, दोस्ती हो या फिर दुनिया के तमाम काम ...। "
✒️ कुशराज झाँसी
_8/4/2021_02:23दिन_खुशीपुरा झाँसी
* कुशराज के विचार / कुशराज दर्शन *
" माना सोना सेहत के लिए लाभदायक है लेकिन इतना भी मत सोना कि सिर्फ सोते ही रहें। और जीवन के जरूरी कामों को निपटाने के आखिरी वक्त हड़बड़ायें। ऐसे सोने से सावधान रहें क्योकिं हर चीज की अति बुरी होती है। "
✒️ कुशराज झाँसी (कुशराज दर्शन)
_8/4/2021_02:04दिन_खुशीपुरा झाँसी
* कुशराज के विचार / कुशराज दर्शन *
" जब दो शक्तियाँ टकरातीं हैं तो कभी - कभार एक शक्ति की जीत और एक की हार होती है। लेकिन ज्यादातर शक्तियों के बीच संधि या समझौता होता है। चाहे वो राजनैतिक शक्ति हो, धार्मिक शक्ति हो, सांस्कृतिक शक्ति हो या फिर सामाजिक शक्ति। आजकल और आने वाले समय में शक्तियों के टकराने पर समझौते से ही हल निकलेगा ये तय है। "
✒️ कुशराज झाँसी (कुशराज दर्शन)
3/4/21_10:06रात_खुशीपुरा झाँसी
लेख - " मेरे जीवन की सबसे अच्छी दोस्त - एक संस्कारी लड़की "
जब मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरी करके अपनी मातृभूमि झाँसी लॉ करने आया तब मेरा यहाँ कोई खास दोस्त नहीं था। कॉलेज शुरू होने के कुछ दिनों बाद मैंने अपनी क्लास - एलएलबी की एक लड़की को देखा, जो पहली नजर में ही बहुत अलग लगी और संस्कारी भी। मैं उससे उसी टाइम बात करना चाहता था पर हिम्मत नहीं हुई। कुछ दिनों बाद मेरी एक दोस्त के माध्यम से उससे बात हुई, उसकी बातों से लगा कि वाकई वो सबसे अलग है। जैसा मैं सोचता हूँ, वैसा ही वो सोचती है। उसकी सोच भी सामाजिक और समझदारीभरी है, वो भी समाज में बदलाओ लाना चाहती है और नया इतिहास रचना चाहती है। अब वो मेरी सबसे अच्छी दोस्त है और हम ऐसे ही दोस्त बने रहना चाहते हैं... जै हो।।
✒️ कुशराज झाँसी
_2/4/2021_8:42रात_खुशीपुरा झाँसी
सत्य सनातन संस्कृति मंच ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर किया महिला विभूतियों का सम्मान झाँसी : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर झाँसी के सुप्रसिद्...