" काम करेगा जो - नाम करेगा वो "

जो हमेशा मुझे प्रोत्साहित करती है;
जो मुझमें नया जोश भरती है,
जो मुझे अपनी हर बात साझा करती है;
उसमें शौर्य है; साहस है और स्वाभिमान,
फिर भी वह करती न कभी अभिमान;
            क्यों रहते हो इतने व्यस्त? कहती मुझे वो,
            मैं बोलता काम करेग जो नाम करेगा वो..........

(हंसराज कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय की वार्षिक पत्रिका 'हंस - 2018' में प्रकाशित)








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