तेरा - मेरा प्यार

कविता - " तेरा - मेरा प्यार "


कभी हम तुझे ख़्वाबों में देखते थे
तुझसे बात करने के लिए तरसते थे
मिलना चाहते थे पर मिल नहीँ पाते थे
आज रब ने तुझे ही मुझसे मिला दिया
मेरे ख़्वाबों को साकार करा दिया
तू मुस्कुराकर मुझसे इशारों में बात कर रही है
मेरा मन मोह रही है
मैं मन ही मन खुश होकर
तेरे प्यार को अनुभव कर रहा हूँ
और विश्वास जता रहा हूँ
कि तू मेरी है मैं तेरा हूँ
तू जैसी है मैं भी वैसा हूँ
तेरा - मेरा प्यार दुनिया की मिसाल बनेगा
मेरा - तेरा रिश्ता युग - युगान्तर चलेगा


      - कुशराज झाँसी

_ 6/5/2018 _ 2:56दिन _ हंसराज कॉलेज दिल्ली




    

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