गाँधी जयंती की अनंत शुभकामनाएँ
समस्त छात्र - छात्राओं और देशवासियों को " गाँधी जयंती " की अनंत शुभकामनाएँ!
।।करो या मरो।।। ।।भारत माता की जय।। ।।हे राम।।
इस वर्ष हम 150वीं गाँधी जयंती मनाकर विश्व को सत्य, अहिंसा और स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे हैं और गाँधी के सपनों का भारत बनाने में कामयाबी पा रहे हैं।
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, हमारे भारत देश एवं राष्ट्रीय स्वधीनता आंदोलन के एक प्रमुख राजनेता, वकील और आध्यात्मिक नेता हैं। इनका वास्तविक नाम 'मोहनदास करमचंद गाँधी' है। इनका जन्म 02 अक्टूबर 1864 ई० को पोरबंदर गुजरात में हुआ था। इनके जन्मदिवस को प्रतिवर्ष हमारे देश में 'गाँधी जयंती' और सम्पूर्ण विश्व में 'अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस' के रूप में मनाया जाता है। गाँधी सत्याग्रह के माध्यम से अत्याचार को समाप्त करने में अग्रणी नेता थे। इनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धांत पर रखी गयी थी, जिसने देश को स्वतंत्र कराकर सारे जहाँ में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतंत्रता प्राप्ति आंदोलन के लिए प्रेरित किया।
आज गाँधी जी को दुनिया में आम जनता 'महात्मा गाँधी' के नाम से जानती है। संस्कृत में महात्मा अर्थात महान आत्मा एक सम्मान सूचक शब्द है। गाँधी को 'महात्मा' के नाम से सर्वप्रथम सन 1915 में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने पुकारा था। इन्हें 'बापू' यानि पिता के नाम से भी याद किया जाता है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने सर्वप्रथम 06 जुलाई 1944 को रंगून रेडियो से गाँधी के नाम से जारी प्रसारण में इन्हें 'राष्ट्रपिता' कहकर संबोधित करते हुए आजाद हिंद फौज के सैनिकों के लिए इनका आशीर्वाद और शुभकामनायें माँगी थीं।
"खुद में वो बदलाव लाइए, जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं -: महात्मा गाँधी"
~:
गिरजाशंकर कुशवाहा 'कुशराज'
(संस्थापक - अध्यक्ष ~ महात्मा हंसराज पैनल हंसराज कॉलेज)
#कुशराज_1/10/18_10:18अपरान्ह
।।करो या मरो।।। ।।भारत माता की जय।। ।।हे राम।।
इस वर्ष हम 150वीं गाँधी जयंती मनाकर विश्व को सत्य, अहिंसा और स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे हैं और गाँधी के सपनों का भारत बनाने में कामयाबी पा रहे हैं।
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, हमारे भारत देश एवं राष्ट्रीय स्वधीनता आंदोलन के एक प्रमुख राजनेता, वकील और आध्यात्मिक नेता हैं। इनका वास्तविक नाम 'मोहनदास करमचंद गाँधी' है। इनका जन्म 02 अक्टूबर 1864 ई० को पोरबंदर गुजरात में हुआ था। इनके जन्मदिवस को प्रतिवर्ष हमारे देश में 'गाँधी जयंती' और सम्पूर्ण विश्व में 'अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस' के रूप में मनाया जाता है। गाँधी सत्याग्रह के माध्यम से अत्याचार को समाप्त करने में अग्रणी नेता थे। इनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धांत पर रखी गयी थी, जिसने देश को स्वतंत्र कराकर सारे जहाँ में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतंत्रता प्राप्ति आंदोलन के लिए प्रेरित किया।
आज गाँधी जी को दुनिया में आम जनता 'महात्मा गाँधी' के नाम से जानती है। संस्कृत में महात्मा अर्थात महान आत्मा एक सम्मान सूचक शब्द है। गाँधी को 'महात्मा' के नाम से सर्वप्रथम सन 1915 में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने पुकारा था। इन्हें 'बापू' यानि पिता के नाम से भी याद किया जाता है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने सर्वप्रथम 06 जुलाई 1944 को रंगून रेडियो से गाँधी के नाम से जारी प्रसारण में इन्हें 'राष्ट्रपिता' कहकर संबोधित करते हुए आजाद हिंद फौज के सैनिकों के लिए इनका आशीर्वाद और शुभकामनायें माँगी थीं।
"खुद में वो बदलाव लाइए, जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं -: महात्मा गाँधी"
~:
गिरजाशंकर कुशवाहा 'कुशराज'
(संस्थापक - अध्यक्ष ~ महात्मा हंसराज पैनल हंसराज कॉलेज)
#कुशराज_1/10/18_10:18अपरान्ह
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