भारतीय संस्कृति पर कुशराज झाँसी की टिप्पणी
" भारतीय संस्कृति पर कुशराज झाँसी की टिप्पणी "
" हमारी भारतीय संस्कृति पूरे विश्व में अनूठी है। आज के युवा उस पाश्चात्य संस्कृति के कायल होते जा रहे हैं। जिसमें स्वार्थ, लालच, विलासिता, सम्भोग की अति के गुण कूट - कूट कर भरे हुए हैं। हमारी भारतीय संस्कृति पूरे विश्व को एक परिवार मानती है। इसमें परोपकार, लोककल्याण, सादा जीवन, उच्च विचार और ब्रह्मचर्य पर बल दिया जाता है। इसलिए युवाओं को अपनी भारतीय संस्कृति को कभी नहीं भूलना चाहिए। "
✍ कुशराज झाँसी
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