भारतीय समाज की संवेदनशीलता पर कुशराज झाँसी की टिप्पणी....

वो पहले दर्ज करूँगा, जिस पर समाज ज्यादा संवेदनशील है। स्त्री की आजादी, प्यार और जरूरतों जैसे संवेदनशील मुद्दों को जरूर दर्ज करूँगा, जिनको समाज समस्या मानता आया है अब तक लेकिन हम उनका समाधान लाए हैं। समाधान है संस्कारवान बनो, सचेत रहो और पढ़ाई करो जिससे आजादी भी मिलेगी, प्यार भी मिलेगा और जरूरतें पूरी भी होंगी।


©️ कुशराज झाँसी


23/1/23 _ 6:30 शाम, झाँसी




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