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बदलाओकारी विचारधारा / कुशराजवाद / किसानवाद के प्रवर्त्तक - किसान गिरजाशंकर कुशवाहा / कुशराज झाँसी / सतेंद सिंघ किसान के साहित्यिक, भाषाई, आंचलिक, क्षेत्रीय, देहाती, शहरी, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक, शैक्षिक, धार्मिक, नैतिक, वैज्ञानिक, सिनेमाई, पर्यावरणीय, दार्शनिक, ऐतिहासिक, विमर्शीय (किसान विमर्श, स्त्री विमर्श, आदिवासी विमर्श, पुरुष विमर्श, वेश्या विमर्श, दिव्यांग विमर्श, किन्नर विमर्श, पर्यावरण विमर्श...) और अनुदित लेखन का हिन्दी, कछियाई, बुंदेली और अंग्रेजी भाषा में संकलन...
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सुब मताई दिनाँ - सतेंद सिंघ किसान
किसानिन मोई मताई 💞💞💞 सुब मताई दिनाँ शुभ माँ दिवस Happy Mother's Day 💐💐💐❤️❤️❤️🙏🙏🙏 'अम्मा' खों समरपत कबीता - " ममत...
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सिंद्धात : " किसान - विमर्श " जबसे इस धरती पर जीवन की उत्पत्ति हुई है तब से ही किसान खेती - किसानी करके खाद्य - सामग्री उत्प...
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*** बुंदेलखंडी युवा सामाजिक कार्यकर्त्ता, लेखक, बकील - किसान गिरजाशंकर कुशवाहा 'कुशराज झाँसी' का जीवन परिचय *** - 06/08/2023, झाँस...
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*** नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला-2024 में 'डॉ० विनय कुमार पाठक और इक्कीसवीं सदी के विमर्श' पुस्तक भावना प्रकाशन के स्टॉल पर उपलब्ध ...
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