https://acrobat.adobe.com/link/review?uri=urn:aaid:scds:US:4c530a84-4fcb-362c-8f8d-83a502b75115
बदलाओकारी विचारधारा / कुशराजवाद / किसानवाद के प्रवर्त्तक - किसान गिरजाशंकर कुशवाहा / कुशराज झाँसी / सतेंद सिंघ किसान के साहित्यिक, भाषाई, आंचलिक, क्षेत्रीय, देहाती, शहरी, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक, शैक्षिक, धार्मिक, नैतिक, वैज्ञानिक, सिनेमाई, पर्यावरणीय, दार्शनिक, ऐतिहासिक, विमर्शीय (किसान विमर्श, स्त्री विमर्श, आदिवासी विमर्श, पुरुष विमर्श, वेश्या विमर्श, दिव्यांग विमर्श, किन्नर विमर्श, पर्यावरण विमर्श...) और अनुदित लेखन का हिन्दी, कछियाई, बुंदेली और अंग्रेजी भाषा में संकलन...
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
फुले सबके हैं - कुशराज (Phule Sabke Hain - Kushraj)
#फुलेसबकेहैं #PhuleSabkeHain #फुले #Phule #सिनेमामेंकिसान #CinemaMeKisan #जोतिबाफुले #सावित्रीबाईफुले #JotibaPhule #SavitribaiPhule फुले स...

-
दार्शनिक सिद्धांत - " किसान विमर्श " Kisan Vimarsh जबसे इस धरती पर जीवन की उत्पत्ति हुई है तब से ही किसान खेती - किसानी करके...
-
दार्शनिक सिद्धांत नरवाद यानि पुरुष विमर्श Narvad / Purush Vimarsh / Menism क्रांति, परिवर्तन और विकास प्रकृति के शाश्वत नियम हैं।...
No comments:
Post a Comment