Search This Blog
बदलाओकारी विचारधारा / कुशराजवाद / किसानवाद के प्रवर्त्तक - किसान गिरजाशंकर कुशवाहा / कुशराज झाँसी / सतेंद सिंघ किसान के साहित्यिक, भाषाई, आंचलिक, क्षेत्रीय, देहाती, शहरी, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक, शैक्षिक, धार्मिक, नैतिक, वैज्ञानिक, सिनेमाई, पर्यावरणीय, दार्शनिक, ऐतिहासिक, विमर्शीय (किसान विमर्श, स्त्री विमर्श, आदिवासी विमर्श, पुरुष विमर्श, वेश्या विमर्श, दिव्यांग विमर्श, किन्नर विमर्श, पर्यावरण विमर्श...) और अनुदित लेखन का हिन्दी, कछियाई, बुंदेली और अंग्रेजी भाषा में संकलन...
Posts
Showing posts from December, 2024
समाज की असलियत दिखाकर समाज में बदलाओ चाहती हैं हमारीं बदलाओकारी कहानियाँ - कुशराज झाँसी
- Get link
- X
- Other Apps
आस्ट्रेलिया की प्रवासी साहित्यकार शन्नो अग्रवाल की किसान विमर्श की रचना 'किसान (दोहे)' पर युवा आलोचक, किसानवादी विचारक कुशराज झाँसी की टिप्पणी
- Get link
- X
- Other Apps
आस्ट्रेलिया की वरिष्ठ प्रवासी साहित्यकार आदरणीया 'शन्नो अग्रवाल जी' द्वारा किसान विमर्श की हमारी कहानी 'रीना' पर टिप्पणी - कुशराज झाँसी
- Get link
- X
- Other Apps
आस्ट्रेलिया की वरिष्ठ प्रवासी साहित्यकार आदरणीया 'शन्नो अग्रवाल जी' द्वारा किसान विमर्श की हमारी कहानी 'अंतिम संस्कार' पर टिप्पणी - कुशराज झाँसी
- Get link
- X
- Other Apps
किसान डॉ० विजयप्रकाश सैनी के कविता-संग्रह 'मैं कहता आँखन देखी' का विमोचन और बाबू श्यामलाल सैनी स्मृति साहित्य गौरव सम्मान समारोह झाँसी में संपन्न
- Get link
- X
- Other Apps